Page:Lalitya bhag 1 ra 2.pdf/287: Difference between revisions
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जुनिभर भोगी यै सब गोता | जुनिभर भोगी यै सब गोता | ||
::यै वयमा त्यो छुट्दो हो ता | ::यै वयमा त्यो छुट्दो हो ता । | ||
सब सम्झन्थ्यो पुण्य र पाप | सब सम्झन्थ्यो पुण्य र पाप | ||
::पक्का मान्थ्यो पश्चात्ताप | ::पक्का मान्थ्यो पश्चात्ताप ॥ | ||
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हाय ! विधता ! कहाँ म जाऊँ | हाय ! विधता ! कहाँ म जाऊँ ? | ||
::कसरी जाऊँ | ::कसरी जाऊँ ? कोसँग जाऊँ ? | ||
थामूँ कसरी जीवन शेष ? | थामूँ कसरी जीवन शेष ? | ||
::शिव ! शिव ! जुनिभर कत्रो क्लेश ? | ::शिव ! शिव ! जुनिभर कत्रो क्लेश ? | ||
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टुट्तै-आयो दिलको आशा | टुट्तै-आयो दिलको आशा | ||
::हेर्छु जतातिर उतै निराशा | ::हेर्छु जतातिर उतै निराशा । | ||
अब निभने भो जीवन-दीप | अब निभने भो जीवन-दीप | ||
::कस्तो कालो कुटिल नसीप ?? | ::कस्तो कालो कुटिल नसीप ?? | ||
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पिँजरामय त्यो देवल भित्र | पिँजरामय त्यो देवल भित्र | ||
::म थिएँ द्यौता एक विचित्र | ::म थिएँ द्यौता एक विचित्र । | ||
जो कुट पूजा मिल्थ्यो खान्थेँ | जो कुट पूजा मिल्थ्यो खान्थेँ | ||
::बालकहरुकन पूजक ठान्थेँ | ::बालकहरुकन पूजक ठान्थेँ ॥ | ||
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Latest revision as of 19:48, 18 May 2025
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(२४)
जुनिभर भोगी यै सब गोता
यै वयमा त्यो छुट्दो हो ता ।
सब सम्झन्थ्यो पुण्य र पाप
पक्का मान्थ्यो पश्चात्ताप ॥
(२५)
हाय ! विधता ! कहाँ म जाऊँ ?
कसरी जाऊँ ? कोसँग जाऊँ ?
थामूँ कसरी जीवन शेष ?
शिव ! शिव ! जुनिभर कत्रो क्लेश ?
(२६)
टुट्तै-आयो दिलको आशा
हेर्छु जतातिर उतै निराशा ।
अब निभने भो जीवन-दीप
कस्तो कालो कुटिल नसीप ??
(२७)
पिँजरामय त्यो देवल भित्र
म थिएँ द्यौता एक विचित्र ।
जो कुट पूजा मिल्थ्यो खान्थेँ
बालकहरुकन पूजक ठान्थेँ ॥