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पिँजराको | पिँजराको ढुक्कुर | ||
::पोथी फुके झैँ | ::पोथी फुके झैँ | ||
वनको हरा कुना | वनको हरा कुना | ||
::भाले लुके | ::भाले लुके झैँ ॥ | ||
उडिजाँदी आँखा | उडिजाँदी आँखा | ||
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Latest revision as of 23:06, 26 May 2025
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(१२)
आँखा चिम्ली एकछिन
"रानी हे लूनी !"
भन्दै आँसु झार्छ
हाँगा फूलमनि !
(१३)
नसकेर खप्न
लूनी हामफालिन् ।
सेर्पा चाङनालाई
हातले अँगालिन् ।
(१४)
रोए दुई बरबर
प्रेमको मिलनमा
दुइटा फूल झैँ जोडी
प्रेमको मिलनमा ॥
पिँजराको ढुक्कुर
पोथी फुके झैँ
वनको हरा कुना
भाले लुके झैँ ॥
उडिजाँदी आँखा
भरभर बोले झैँ ।