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जालो कतै टम्म छ माकुराको | |||
::बनावटी जाल सरी कुराको | |||
फसेर जस्मा बिचरा अजान | |||
::दिन्छन् शिकारी शठलाई ज्यान | |||
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कतै तिखा दन्त धसी खनेका | |||
::आदर्श चौर्य-श्रमको बनेका | |||
टेढा र बाङ्गा गहिरा सुरुङ्ग | |||
::देखी मुसाको दिल हुन्छ दङ्ग | |||
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कतै छरीता कमिला शिकारी | |||
::कुनै कुनाबाट शिकार मारी | |||
घिच्याउँछन् लाखन लागि ताँती | |||
::मिलाई मेलो, मन, माग, छाती | |||
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कतै त काठे भुमरो कराल | |||
::काठे-किराको गहिर पुवाल | |||
खोस्रन्छ बर्बर्ति धुलो खसाल्छ | |||
::कीरा चपाईकन पेट पाल्छ | |||
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Revision as of 11:52, 18 May 2025
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(२०)
जालो कतै टम्म छ माकुराको
बनावटी जाल सरी कुराको
फसेर जस्मा बिचरा अजान
दिन्छन् शिकारी शठलाई ज्यान
(२१)
कतै तिखा दन्त धसी खनेका
आदर्श चौर्य-श्रमको बनेका
टेढा र बाङ्गा गहिरा सुरुङ्ग
देखी मुसाको दिल हुन्छ दङ्ग
(२२)
कतै छरीता कमिला शिकारी
कुनै कुनाबाट शिकार मारी
घिच्याउँछन् लाखन लागि ताँती
मिलाई मेलो, मन, माग, छाती
(२३)
कतै त काठे भुमरो कराल
काठे-किराको गहिर पुवाल
खोस्रन्छ बर्बर्ति धुलो खसाल्छ
कीरा चपाईकन पेट पाल्छ