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अष्टम सर्ग | {{c|{{x-larger|'''अष्टम सर्ग'''}}}} | ||
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विपिनबीच छन् ती शकुन्तला । | विपिनबीच छन् ती शकुन्तला । | ||
::कुसुम-कोपिला कान्त-कुन्तला ॥ | |||
चपल चालकी दीर्घलोचनी । | |||
::ललित लालिमा-युक्त मोहनी ॥ | |||
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वदन बान्किलो हास्य सुन्दर । | वदन बान्किलो हास्य सुन्दर । | ||
विहगगानकी | ::विहगगानकी मन्जुमन्दिर ॥ | ||
मन्जुमन्दिर ॥ | |||
रँग प्रवालका, ओठ पातला । | रँग प्रवालका, ओठ पातला । | ||
::दशवसन्तकी दिव्य पातला॥ | |||
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सलिलकेलिकी कान्ति झल्झल । | सलिलकेलिकी कान्ति झल्झल । | ||
मधुर | ::मधुर गानकी कल्कल ॥ | ||
मृदु गुलाबमा शीतविन्दु झैं । | |||
गानकी | ::पतित, 'झीलमा चारु इन्दु झै ॥ | ||
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कल्कल ॥ | |||
मृदु गुलाबमा | |||
पतित, 'झीलमा चारु इन्दु झै ॥ | |||
(३) | |||
केलिमा | चपल वीचि झैं तीर नी | | ||
::दिव्य कान्तिले तिनी ॥ | |||
मर चालकी बार छन् स्वतन्त्रता । | |||
::“बालिका केलिमा रता॥ | |||
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Revision as of 21:21, 26 February 2025
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अष्टम सर्ग
विपिनबीच छन् ती शकुन्तला ।
कुसुम-कोपिला कान्त-कुन्तला ॥
चपल चालकी दीर्घलोचनी ।
ललित लालिमा-युक्त मोहनी ॥
(१)
वदन बान्किलो हास्य सुन्दर ।
विहगगानकी मन्जुमन्दिर ॥
रँग प्रवालका, ओठ पातला ।
दशवसन्तकी दिव्य पातला॥
(२)
सलिलकेलिकी कान्ति झल्झल ।
मधुर गानकी कल्कल ॥
मृदु गुलाबमा शीतविन्दु झैं ।
पतित, 'झीलमा चारु इन्दु झै ॥
(३)
चपल वीचि झैं तीर नी |
दिव्य कान्तिले तिनी ॥
मर चालकी बार छन् स्वतन्त्रता ।
“बालिका केलिमा रता॥
(४)