Page:Luni.pdf/61: Difference between revisions
Appearance
→Not proofread: Created page with "<noinclude>{{start center block}}</noinclude> <poem> {{pcn|(५)}} कठै मुटुभित्र काँढा कन आयो कस्तो गाँठो पारी केले समायो । {{pcn|(६)}} भाँचिएको हाँगा वैलन मुना छैँ । केश तिम्रो कछ पहिलै टुना झैँ ॥ {{pcn|(७)}} जलको तालमा हेरी साँझ झैँ ढ..." |
No edit summary |
||
Page body (to be transcluded): | Page body (to be transcluded): | ||
Line 3: | Line 3: | ||
{{pcn|(५)}} | {{pcn|(५)}} | ||
कठै मुटुभित्र | कठै मुटुभित्र | ||
काँढा कन आयो | ::::काँढा कन आयो | ||
कस्तो गाँठो पारी | कस्तो गाँठो पारी | ||
केले समायो । | ::::केले समायो । | ||
{{pcn|(६)}} | {{pcn|(६)}} | ||
भाँचिएको हाँगा | भाँचिएको हाँगा | ||
वैलन मुना छैँ । | ::::वैलन मुना छैँ । | ||
केश तिम्रो कछ | केश तिम्रो कछ | ||
पहिलै टुना झैँ ॥ | ::::पहिलै टुना झैँ ॥ | ||
{{pcn|(७)}} | {{pcn|(७)}} | ||
जलको तालमा हेरी | जलको तालमा हेरी | ||
साँझ झैँ ढल्कन्छयौ | ::::साँझ झैँ ढल्कन्छयौ | ||
तारा बिन्दुकोसमा | तारा बिन्दुकोसमा | ||
लिई झल्कन्छयौ ॥ | ::::लिई झल्कन्छयौ ॥ | ||
{{pcn|(८)}} | {{pcn|(८)}} | ||
आँखा भुइँमा खस्छन् | आँखा भुइँमा खस्छन् | ||
पलक ओरालो । | ::::पलक ओरालो । | ||
जीवन बाटो बन्छ | जीवन बाटो बन्छ | ||
कहाँ भिराली ॥ | ::::कहाँ भिराली ॥ | ||
{{pcn|(९)}} | {{pcn|(९)}} | ||
कठै लूनी रानी, पैले नबोली | कठै लूनी रानी, पैले नबोली | ||
ड्च्छा तिम्रो हामी | ::::ड्च्छा तिम्रो हामी | ||
</poem> | </poem> | ||
<noinclude>{{end center block}}</noinclude> | <noinclude>{{end center block}}</noinclude> | ||
{{stanza continue}} | {{stanza continue}} |
Revision as of 13:44, 6 May 2025
This page has not been proofread
(५)
कठै मुटुभित्र
काँढा कन आयो
कस्तो गाँठो पारी
केले समायो ।
(६)
भाँचिएको हाँगा
वैलन मुना छैँ ।
केश तिम्रो कछ
पहिलै टुना झैँ ॥
(७)
जलको तालमा हेरी
साँझ झैँ ढल्कन्छयौ
तारा बिन्दुकोसमा
लिई झल्कन्छयौ ॥
(८)
आँखा भुइँमा खस्छन्
पलक ओरालो ।
जीवन बाटो बन्छ
कहाँ भिराली ॥
(९)
कठै लूनी रानी, पैले नबोली
ड्च्छा तिम्रो हामी