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Revision as of 10:34, 25 January 2025
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भिखारी
१
हेर भिखारी अडि अडि आयो
करुण दृष्टिले नजर उठायो।
गाढा दुखको मौन प्रकाश।
झिना आशा-तार बजायो
घाम उज्यालो आँगन पास।
एक बिन्दुमा गोल खसायो
जीवनको इतिहास।
२
हेर, हेर ती झुत्रा चिथरा
हाय! हे समय निष्ठुर।
जीवनप थमा बिचार पथरा!
काँपिरहेको थुरथुर।
झल्लर झोली बढाउँछ, बबुरा।
करले अस्थिर, कातर।
३
बर्ष-बर्षका हेर तुषारा
शिरको उपर गिरेको।