Page:Mhendu.pdf/7: Difference between revisions
Appearance
No edit summary Tag: Reverted |
|||
(4 intermediate revisions by one other user not shown) | |||
Page status | Page status | ||
- | + | Validated | |
Page body (to be transcluded): | Page body (to be transcluded): | ||
Line 6: | Line 6: | ||
{{pcn|[१]}} | {{pcn|[१]}} | ||
उषा परी | उषा परी | ||
:हिमाल | ::हिमाल झरी । | ||
{{pcn|[२]}} | {{pcn|[२]}} | ||
आँखा | आँखा चङ्खी | ||
:सुनको | ::सुनको पङ्खी ॥ | ||
{{pcn|[३]}} | {{pcn|[३]}} | ||
फर फर गर्दै | फर फर गर्दै | ||
:हावा हम्की । | ::हावा हम्की । | ||
गिरिशिर टेकी | गिरिशिर टेकी | ||
: | ::झिलमिल गम्की ॥ | ||
{{pcn|[४]}} | {{pcn|[४]}} | ||
हाँस्छे उषा | हाँस्छे उषा | ||
:लाली छर्की । | ::लाली छर्की । | ||
कुसुम छ सुन्दर | कुसुम छ सुन्दर | ||
:मोती लुर्की ॥ | ::मोती लुर्की ॥ | ||
{{pcn|[५]}} | {{pcn|[५]}} | ||
धप्के | धप्के चूली | ||
:सुन | ::सुन झैँ फुली । | ||
झलझल झल्का | |||
:नाला टल्की ॥ | ::नाला टल्की ॥ | ||
सुन सुन | सुन सुन झिल्की | ||
:क्या, नगवेली | ::क्या, नगवेली | ||
{{pcn|[६]}} | {{pcn|[६]}} | ||
सुरपुर मुस्की | सुरपुर मुस्की | ||
:बास्ना फुस्की । | ::बास्ना फुस्की । | ||
मगमग हावा | मगमग हावा | ||
:चल्दछ लस्की ॥ | ::चल्दछ लस्की ॥ | ||
{{pcn|[७]}} | {{pcn|[७]}} | ||
आधा | आधा ब्यूँझी | ||
: | ::थूँगा झस्की । | ||
सरसिज फुस्की | सरसिज फुस्की | ||
:मुसमुस मुस्की ॥ | ::मुसमुस मुस्की ॥ | ||
{{pcn|[८]}} | {{pcn|[८]}} | ||
सपना मेरो | सपना मेरो | ||
:सुनको फेरो । | ::सुनको फेरो । | ||
घुम्दै | घुम्दै ब्यूँझ्यो | ||
:नभ वन घेरो ॥ | ::नभ वन घेरो ॥ | ||
{{pcn|[९]}} | {{pcn|[९]}} | ||
रुनुझुनु छन्छन् | |||
:अणु अणु बन्छन् । | ::अणु अणु बन्छन् । | ||
</poem> | </poem> | ||
<noinclude>{{end center block}}</noinclude> | <noinclude>{{end center block}}</noinclude> | ||
{{stanza continue}} | {{stanza continue}} |
Latest revision as of 09:52, 19 April 2025
This page has been validated
म्हेन्दु
प्रथम
[१]
उषा परी
हिमाल झरी ।
[२]
आँखा चङ्खी
सुनको पङ्खी ॥
[३]
फर फर गर्दै
हावा हम्की ।
गिरिशिर टेकी
झिलमिल गम्की ॥
[४]
हाँस्छे उषा
लाली छर्की ।
कुसुम छ सुन्दर
मोती लुर्की ॥
[५]
धप्के चूली
सुन झैँ फुली ।
झलझल झल्का
नाला टल्की ॥
सुन सुन झिल्की
क्या, नगवेली
[६]
सुरपुर मुस्की
बास्ना फुस्की ।
मगमग हावा
चल्दछ लस्की ॥
[७]
आधा ब्यूँझी
थूँगा झस्की ।
सरसिज फुस्की
मुसमुस मुस्की ॥
[८]
सपना मेरो
सुनको फेरो ।
घुम्दै ब्यूँझ्यो
नभ वन घेरो ॥
[९]
रुनुझुनु छन्छन्
अणु अणु बन्छन् ।