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Latest revision as of 09:52, 19 April 2025
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म्हेन्दु
प्रथम
[१]
उषा परी
हिमाल झरी ।
[२]
आँखा चङ्खी
सुनको पङ्खी ॥
[३]
फर फर गर्दै
हावा हम्की ।
गिरिशिर टेकी
झिलमिल गम्की ॥
[४]
हाँस्छे उषा
लाली छर्की ।
कुसुम छ सुन्दर
मोती लुर्की ॥
[५]
धप्के चूली
सुन झैँ फुली ।
झलझल झल्का
नाला टल्की ॥
सुन सुन झिल्की
क्या, नगवेली
[६]
सुरपुर मुस्की
बास्ना फुस्की ।
मगमग हावा
चल्दछ लस्की ॥
[७]
आधा ब्यूँझी
थूँगा झस्की ।
सरसिज फुस्की
मुसमुस मुस्की ॥
[८]
सपना मेरो
सुनको फेरो ।
घुम्दै ब्यूँझ्यो
नभ वन घेरो ॥
[९]
रुनुझुनु छन्छन्
अणु अणु बन्छन् ।